SET 05 सिन्धु घाटी सभ्यता MCQBy dreamnaukari.com@gmail.com / February 21, 2025 सिन्धु घाटी सभ्यता SET 05 1 / 25 1. 6. सिंधु घाटी के लोग विश्वास करते थे- R.A.S./R.T.S. (Pre) 1993 (e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक (a) आत्मा और ब्रह्म में (c) यज्ञ प्रणाली में (d) मातृ शक्ति में (b) कर्मकांड में व्याख्या : सिंधु सभ्यता की लिपि अभी तक पढ़ी नहीं जा सकी है, इस कारण उन लोगों के धार्मिक विश्वास के बारे में निश्चित तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता। उत्खनन में प्राप्त स्त्री मूर्तियों की बहुलता से मातृ शक्ति की उपासना का अनुमान लगाया जाता है। पुरुष आकृतियों से शिव की पूजा अनुमानित होती है, अग्निकुंड या यज्ञ वेदिकाएं भी प्राप्त हुई हैं। मृतकों के साथ दैनिक उपयोग की वस्तुओं के दफनाने से आत्मा में विश्वास का भी अनुमान लगाया जाता है। फिर भी कई विद्वान इन्हें मुख्यतः मातृ शक्ति का उपासक मानते हैं, लेकिन निश्चित तौर पर इस प्रश्न का उत्तर नहीं दिया जा सकता है। 2 / 25 2. 9.सिंधु घाटी सभ्यता को खोज निकालने में जिन दो भारतीयों का नाम जुड़ा है, वे हैं- Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2003 (c) आशीर्वादी लाल श्रीवास्तव तथा रंगनाथ राव (b) जॉन मार्शल तथा ईश्वरी प्रसाद (a) राखालदास बनर्जी तथा दयाराम साहनी (d) माधोस्वरूप वत्स तथा वी. बी. राव व्याख्या : प्रश्नानुसार, सिंधु घाटी सभ्यता को खोज निकालने में राखालदास बनर्जी तथा दयाराम साहनी नामक दो भारतीयों का नाम जुड़ा है। 3 / 25 3. 10. निम्नलिखित में से कौन सुमेलित नहीं है? U.P.P.C.S. (Mains) 2006 (b) लोथल - एस.आर. राव (c) सुरकोटडा - जे.पी. जोशी (d) धौलावीरा - बी.के. थापड़ (a) हड़प्पा - दयाराम साहनी व्याख्या : हड़प्पा का उत्खनन दयाराम साहनी, लोथल का उत्खनन एस.आर. राव तथा सुरकोटडा का उत्खनन जे.पी. जोशी ने कराया था, जबकि धौलावीरा का उत्खनन बी. के. थापड़ ने नहीं, बल्कि आर.एस. बिष्ट ने कराया था। अतः विकल्प (d) सुमेलित नहीं है। 4 / 25 4. 1. निम्न में से किस हड़प्पाकालीन स्थल से 'हल' का टेराकोटा प्राप्त हुआ? 60th to 62nd B.P.S.C. (Pre) 2016 (a) धौलावीरा (b) बनावली (d) लोथल (e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक (c) कालीबंगा 5 / 25 5. हड़प्पा सभ्यता का स्थल मांडी, भारत के किस राज्य में स्थित है? U.P.P.C.S. (Pre) 2021 (b) हरियाणा (c) राजस्थान (d) उत्तर प्रदेश (a) गुजरात व्याख्या : जून, 2000 में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले का एक गांव मांडी अचानक चर्चा में आ गया था। बघरा ब्लॉक में स्थित मांडी गांव में एक खेत में खुदाई के दौरान प्राचीन आभूषण, सिक्के, बर्तन आदि मिले थे। इसे हड़प्पा सभ्यता से जोड़कर देखा गया था। 6 / 25 6. 7. सिंधु घाटी के लोग पूजा करते थे- Uttarakhand P.C.S. (Mains) 2006 (c) ब्रह्मा की (d) विष्णु की (a) पशुपति की (b) इंद्र और वरुण की व्याख्या : सिंधु घाटी के लोग पशुपति शिव की पूजा भी करते थे। इसका प्रमाण मोहनजोदड़ो से प्राप्त एक मुहर है, जिस पर योगी की आकृति बनी है। 7 / 25 7. कौन-सा हड़प्पीय (Harappan) नगर तीन भागों में विभक्त है? U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2013 (a) लोथल (d) सुरकोटडा (b) कालीबंगा (c) धौलावीरा व्याख्या : धौलावीरा नगर को तीन भागों-किला, मध्य नगर एवं निचला नगर में विभाजित किया गया था। 8 / 25 8. निम्न में से कौन-सा स्थल घग्गर और उसकी सहायक नदियों की घाटी में स्थित है? R.A.S./R.T.S. (Pre) 2010 (c) मोहनजोदड़ो (d) बनावली (a) आलमगीरपुर (b) लोथल व्याख्या : हरियाणा में स्थित बनावली नामक हड़प्पायी स्थल घग्गर एवं उसकी सहायक नदियों द्वारा निर्मित घाटी में स्थित है। 9 / 25 9. कथन (A): मोहनजोदड़ो तथा हड़प्पा नगर अब विलुप्त हो गए हैं। कारण (R) : वह खुदाई के दौरान प्रकट हुए थे। उपर्युक्त के संदर्भ में निम्न में से कौन एक सही है?U.P.P.C.S. (Pre) 2009 (b) (A) और (R) दोनों सही हैं; किंतु (R) सही स्पष्टीकरण नहीं है (A) का। (a) (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R) सही स्पष्टीकरण है (A) का। (c) (A) सही है; किंतु (R) गलत है। (d) (A) गलत है; किंतु (R) सही है। व्याख्या : मोहनजोदड़ो (वर्तमान पाकिस्तान के सिंध प्रांत के लरकाना जिले में सिंधु नदी के दाएं तट पर) तथा हड़प्पा [वर्तमान पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के साहीवाल जिले में रावी नदी के बाएं तट पर नगर सैंधव सभ्यता के दो प्रमुख नगर थे, जिनका उत्खनन क्रमशः राखालदास बनर्जी तथा दयाराम साहनी ने प्रारंभ कराया था। वर्तमान में ये नगर मृतप्राय स्थिति में हैं। इस प्रकार कथन और कारण दोनों सही हैं; किंतु कारण, कथन की सही व्याख्या नहीं करता। अतः विकल्प (b) सही उत्तर है। 10 / 25 10. निम्नलिखित में से कौन-सा प्राचीन नगर अपने उन्नत जल संचयन और प्रबंधन प्रणाली के लिए सुप्रसिद्ध है, जहां बांधों की श्रृंखला का निर्माण किया गया था और संबद्ध जलाशयों में नहर के माध्यम से जल को प्रवाहित किया जाता था? I.A.S. (Pre) 2021 (c) राखीगढ़ी (a) धौलावीरा (b) कालीबंगा (d) रोपड़ व्याख्या : 'धौलावीरा' नामक प्रमुख हड़प्पाई पुरास्थल गुजरात राज्य के कच्छ जनपद में स्थित है। धौलावीरा नियोजित नगर का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। धौलावीरा नगर में अत्यंत नियोजित ढंग से अलग-अलग नगरीय आवासीय क्षेत्र विकसित किए गए थे, जो संभवतः विभिन्न व्यावसायिक गतिविधियों और एक वर्गीकृत समाज पर आधारित थे। यह प्राचीन नगर अपने उन्नत जल संचयन और प्रबंधन प्रणाली के लिए सुप्रसिद्ध है, यहां पर बांधों की श्रृंखलाओं का निर्माण किया गया था तथा संबद्ध जलाशयों में नहर के माध्यम से जल को प्रवाहित किया जाता था। यहां से जल संचयन प्रणालियों तथा जल निकासी प्रणालियों के साथ-साथ वास्तुशिल्प एवं तकनीकी रूप से विकसित सुविधाओं में नजर आने वाली उत्कृष्ट तकनीकी प्रगति, स्थानीय सामग्री की डिजाइन, कार्यान्वयन और प्रभावकारी उपयोग में स्पष्ट रूप से परिलक्षित होती है। 11 / 25 11. एक उन्नत जल-प्रबंधन व्यवस्था का साक्ष्य प्राप्त हुआ है- U.P.P.C.S. (Mains) 2010 (a) आलमगीरपुर से (b) धौलावीरा से (d) लोथल से (c) कालीबंगा से 12 / 25 12. 8. मोहनजोदड़ो एवं हड़प्पा की पुरातात्विक खुदाई के प्रभारी थे- R.A.S./R.T.S. (Pre) 1997 (a) लॉर्ड मैकाले (b) सर जॉन मार्शल (c) क्लाइव (d) कर्नल टाड व्याख्या : भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के महानिदेशक सर जॉन मार्शल के निर्देश पर वर्ष 1921 में दयाराम साहनी ने हड़प्पा तथा वर्ष 1922 में राखालदास बनर्जी ने मोहनजोदड़ो का उत्खनन प्रारंभ कराया था। हड़प्पा के टीले के विषय में सर्वप्रथम जानकारी चार्ल्स मेंसन ने 1826 ई. में दिया था। 13 / 25 13. हड़प्पन संस्कृति के संदर्भ में शैलकृत स्थापत्य के प्रमाण कहां से मिले हैं? U.P.P.C.S. (Pre) 2006 (c) कोटदीजी (d) आमरी (b) धौलावीरा (a) कालीबंगा व्याख्या : धौलावीरा हड़प्पा सभ्यता की भारत में स्थित दूसरी सबसे बड़ी (प्रथम राखीगढ़ी) बस्ती है। यह गुजरात के कच्छ के रन में अवस्थित है। यहां से उत्खनन के परिणामस्वरूप हड़प्पा सभ्यता की अनेक महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त की गईं। इन खोजों में शैलकृत जलकुंड (Rock-cut Reservoir) महत्वपूर्ण हैं। 14 / 25 14. 5. स्थापित सिंधु घाटी सभ्यता जिन नदियों के तट पर बसी थी, वे थीं 1. सिंधु 2. चेनाब 3. झेलम 4. गंगानीचे दिए गए कूट में से सही उत्तर का चयन कीजिए। कूट :U.P.P.C.S. (Pre) 2009 (c) 2, 3 और 4 (b) 1, 2 और 3 (d) सभी चारों (a) 1 और 2 व्याख्या : प्रश्नगत विकल्पों में सिंधु घाटी सभ्यता झेलम, सिंधु तथा चिनाब नदी के तट पर बसी थी; परंतु गंगा नदी इसमें शामिल नहीं है। 15 / 25 15. हड़प्पन स्थल सनौली के अभी हाल में उत्खननों से प्राप्त हुए हैं- U.P. Lower (Sub.) (Pre) 2004 (b) पशुओं के शवाधान (d) रक्षा दीवार (a) मानव शवाधान (c) आवासीय भवन व्याख्या : उ.प्र. के बागपत जिले में बारौत तहसील के सनौली नामक हड़प्पन पुरास्थल से क्रमबद्ध रूप से 125 मानव शवाधान प्राप्त हुए हैं, जिनकी दिशा उत्तर से दक्षिण है। इन शवाधानों के साथ दैनिक उपयोग की वस्तुएं भी मिली हैं, जिनमें गहने प्रमुख हैं। इनके साथ ही कुछ जानवरों की हड्डियां भी प्राप्त हुई हैं। 16 / 25 16. 2. निम्नलिखित में से कौन-सा सिंधु घाटी की सभ्यता से संबंधित स्थल नहीं है? M.P.P.C.S. (Pre) 2013 (a) कालीबंगा (c) पाटलिपुत्र (b) रोपड़ (d) लोथल व्याख्या : कालीबंगा, रोपड़ तथा लोथल सिंधु घाटी सभ्यता से संबंधित स्थल हैं, जबकि पाटलिपुत्र सिंधु घाटी सभ्यता से संबंधित स्थल नहीं है। 17 / 25 17. निम्नलिखित में से किस स्थल से द्वि-शव संस्कार (डबल बरिअल) का प्रमाण मिला है? U.P.P.C.S (Mains) 2016 (c) लोथल (d) कालीबंगा (a) कुंतासी (e) उपर्युक्त में से एक से अधिक / उपर्युक्त में से कोई नहीं (b) धौलावीरा व्याख्या : लोथल से सर्वाधिक तीन द्वि-शव समाधीकरण के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं। कालीबंगा से भी एक युगल समाधीकरण का प्रमाण मिला है। राखीगढ़ी से भी युगल समाधि प्राप्त हुई है। यदि संख्या को आधार माना जाए, तो सही उत्तर विकल्प (c) होगा; किंतु यदि प्रमाण को आधार माना जाए, तो सही उत्तर विकल्प (c) एवं (d) दोनों होंगे। 18 / 25 18. हाथी दांत का पैमाना हड़प्पीय संदर्भ में मिला है- U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2014 (a) कालीबंगा में (b) लोथल में (c) धौलावीरा में (d) बनावली में व्याख्या : हड़प्पा सभ्यता भारत की प्राचीनतम सभ्यता थी। हड़प्पायी संदर्भ में हाथी दांत का पैमाना लोथल से मिला है। यह गुजरात में स्थित है। 19 / 25 19. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए एवं नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए। मोहनजोदड़ो, हड़प्पा, रोपड़ एवं कालीबंगा सिंधु घाटी सभ्यता के प्रमुख स्थल हैं।हड़प्पा के लोगों ने सड़कों तथा नालियों के जाल के साथ नियोजित शहरों का विकास किया।हड़प्पा के लोगों को धातुओं के उपयोग का पता नहीं था।कूट :M.P.P.C.S. (Pre) 2008 (a) 1 एवं 2 सही हैं। (c) 2 एवं 3 सही हैं। (b) 1 एवं 3 सही हैं। (d) 1, 2 एवं 3 सही हैं। व्याख्या : हड़प्पा, मोहनजोदड़ो, रोपड़, लोथल एवं कालीबंगा सिंधु घाटी सभ्यता के प्रमुख स्थल हैं। सैंधव सभ्यता में सड़कें एक-दूसरे को समकोण पर काटती (ऑक्सफोर्ड सर्कस) थीं। सड़कों के दोनों किनारों पर पक्की नालियां बनाई जाती थीं, जिन्हें बड़ी ईंटों अथवा पत्थर के टुकड़ों से ढका जाता था। इस समय सोने तथा चांदी के आभूषण बनाए जाते थे। तांबे के साथ टिन मिलाकर कांसा तैयार किया जाता था। 20 / 25 20. धौलावीरा जिस राज्य में स्थित है, वह है- U.P.P.C.S. (Mains) 2010 (a) गुजरात (d) राजस्थान (b) हरियाणा (c) पंजाब 21 / 25 21. निम्नलिखित में से कौन-से स्थल में तीन नगरों के अवशेष प्राप्त हुए हैं? Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2015 (d) धौलावीरा (b) संघोल (a) मोहनजोदड़ो (c) कालीबंगा (e) उपर्युक्त में से कोई नहीं 22 / 25 22. 3. भारत में हड़प्पा का वृहद स्थल है- Jharkhand P.C.S. (Pre) 2016 (c) कालीबंगा (d) लोथल (a) राखीगढ़ी (b) धौलावीरा व्याख्या : हरियाणा के हिसार जिले में अवस्थित राखीगढ़ी हड़प्पा सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल है। मोहनजोदड़ो, हड़प्पा और गनवेरीवाला (पाकिस्तान) तथा राखीगढ़ी एवं धौलावीरा (भारत) हड़प्पा सभ्यता के पांच वृहद स्थलों की श्रेणी में आते हैं। 23 / 25 23. वस्त्रों के लिए कपास की खेती का आरंभ सबसे पहले किया गया- U.P.P.C.S. (Pre) 2006 (b) मेसोपोटामिया में (c) मध्य अमेरिका में (d) भारत में (a) मिस्र में व्याख्या : वस्त्रों के लिए कपास की खेती का प्रारंभ सर्वप्रथम भारत में किया गया। वर्ष 1922 में राखालदास बनर्जी के नेतृत्व में सिंधु नदी के किनारे स्थित मोहनजोदड़ो (वर्तमान पाकिस्तान के लरकाना जिले में स्थित) उत्खनन से कपास के सूत की प्राप्ति की गई थी। 24 / 25 24. 4. भारत का सबसे बड़ा हड़प्पन पुरास्थल है- U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004 (a) आलमगीरपुर (d) राखीगढ़ी (c) लोथल (b) कालीबंगा 25 / 25 25. निम्नलिखित में से कौन-सा प्राचीन नगर अपने उन्नत जल संचयन और प्रबंधन प्रणाली के लिए सुप्रसिद्ध है, जहां बांधों की श्रृंखला का निर्माण किया गया था और संबद्ध जलाशयों में नहर के माध्यम से जल को प्रवाहित किया जाता था? I.A.S. (Pre) 2021 (d) रोपड़ (b) कालीबंगा (a) धौलावीरा (c) राखीगढ़ी व्याख्या : 'धौलावीरा' नामक प्रमुख हड़प्पाई पुरास्थल गुजरात राज्य के कच्छ जनपद में स्थित है। धौलावीरा नियोजित नगर का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। धौलावीरा नगर में अत्यंत नियोजित ढंग से अलग-अलग नगरीय आवासीय क्षेत्र विकसित किए गए थे, जो संभवतः विभिन्न व्यावसायिक गतिविधियों और एक वर्गीकृत समाज पर आधारित थे। यह प्राचीन नगर अपने उन्नत जल संचयन और प्रबंधन प्रणाली के लिए सुप्रसिद्ध है, यहां पर बांधों की श्रृंखलाओं का निर्माण किया गया था तथा संबद्ध जलाशयों में नहर के माध्यम से जल को प्रवाहित किया जाता था। यहां से जल संचयन प्रणालियों तथा जल निकासी प्रणालियों के साथ-साथ वास्तुशिल्प एवं तकनीकी रूप से विकसित सुविधाओं में नजर आने वाली उत्कृष्ट तकनीकी प्रगति, स्थानीय सामग्री की डिजाइन, कार्यान्वयन और प्रभावकारी उपयोग में स्पष्ट रूप से परिलक्षित होती है। Your score is 0% Restart quiz